आज ये article मैं लिख रहा हूँ ताकि अपनी knowledge आप लोगों के साथ share कर सकूं.
जब से decentralized digital currency ने उचाइयां छूना शुरू किया है, Bitcoin mainstream market को rule करने लगा है. जो लोग इसकी popularity के बारे से अभी भी अनजान हैं, मैं उन्हें बता दूँ कि दोस्तों, अभी November 2017 में ही, Bitcoin $10,000 तक पहुँच गया जो कि इसके October 2017 के पैसे से almost double है, और January, 2017 के price से 10x ज्यादा है, और अगर हम 2010 की बात करें तो ये तब के price से 100,000 times ज्यादा है. Shocking है ना?
कुछ investors अभी भी bitcoins की popularity को लेकर confused हैं जबकि कुछ और लोग इस trend का फ़ायदा उठाने में लगे हैं, वहीँ कुछ लोग ऐसे भी है दोस्तों, जो अपना घर भी बेचने को ready है Bitcoin के लिए. तो चलिए जानते हैं की आखिर ये Bitcoin क्या है और यह क्यों आज के दौर में इतना trend में आ गया है. तो बात करते हैं ऐसी 21st century currency के बारे में जो सिर्फ cyber या digital space में exist करती है.
बिटकॉइन क्या है? / What are Bitcoins in Hindi ?
Simple words में कहूँ तो bitcoin एक virtual currency है. आप bitcoins की मदद से goods या services exchange कर सकते हैं. आप bitcoins को use करते वक़्त एक 16 digits का code purchaser को दिखाते हैं, यह code आपके signature की तरह जाना जाता है. जब purchaser इस code को decode करता है, तभी उसे cryptocurrency मिल पाती है. दूसरी तरह से कहें तो cryptocurrency एक digital information का exchange है जिससे आप कोई service buy या sell करते हैं.
Bitcoin दोस्तों, Cryptocurrency का मूल है. ये encryption का use करके transactions को और भी secure बनाती है. साथ ही, encryption की वजह से ये currency users द्वारा नई units creation पर भी control करती है. यह एक peer-to- peer computer network पर काम करती है जैसे की Skype या BitTorrent करते हैं.
Bitcoins बनाने के पीछे main motive था एक ऐसी currency form बनाना जो किसी भी business या government द्वारा control ना की जा सके. साथ ही, ऐसी currency जिसे आप बिना किसी additional cost या अपनी identity reveal किये, globally trade कर सकें.
इसकी बढ़ती popularity के चलते, आज कल market में Bitcoins की काफी copycats भी आ गयी हैं, जिन्हे “Altcoins” के नाम से जाना जाता है.
और भी जानना चाहें, तो आजकल second generation virtual currencies भी market में आ गयी हैं, जैसे की Ethereum, Bitcoin Cash, आदि.
तो क्या Bitcoins मेरे purse या wallet में रखे coins की तरह नहीं हैं?
पहला सवाल जो मेरे दिमाग में आया Bitcoins का नाम सुनने पर. लेकिन नहीं दोस्तों, ये किसी coin की तरह नहीं हैं. बल्कि Bitcoins numbered codes की एक line की तरह हैं, जी हाँ, मैं computer programming में use होने वाले instructions की ही बात कर रहा हूँ.
लेकिन एक बार आप इन्हे purchase कर लें, आप उन्हें normal money की तरह ही कोई product या services खरीदने या बेचने के लिए use कर सकते हैं.
Bitcoins का origin कहाँ से हुआ और ये कैसे सबसे पहले market में आये?
Bitcoins को सबसे पहले एक mysterious developer ने बनाया जो एक pseudonym Satoshi Nakamoto से जाने जाते हैं. 2013 में bitcoins market में आये और उसके बाद से इनकी value बढ़ती ही चली गयी. सुनने में तो ये भी आता है कि Elon Musk (founder of Paypal, Ebay and Tesla) ने Bitcoin का अविष्कार किया लेकिन अभी कोई ठोस सबूत नहीं है.
Nakamoto इसे एक “peer-to- peer-version of electronic cash” की तरह describe करते हैं जो किसी भी party को बिना किसी financial institution में जाये दूसरी party को payment करना allow करता है.
Bitcoins कैसे काम करते हैं?
Nakamoto ने लिखा है कि Bitcoin जैसी currency, trust की बजाय एक cryptographic proof का उपयोग करके किन्ही 2 parties के बीच में transaction allow करती है. यहाँ किसी भी trusted third party की ज़रुरत नहीं होती क्यूंकि सब कुछ cryptography पर based होता है.
तो चलिए पहले जानते हैं Cryptography क्या है
दोस्तों, Cryptography शब्द का origin “Krypto” नामक Greek शब्द से हुआ है. Krypto का मतलब होता है “Hidden Secrets”. आसान शब्दों में कहूं तो Cryptography का मतलब है “data या information को protect करने की कला”.
Cryptography की मदद से आप अपने data या information को कुछ ऐसे secret codes में बदल देते हैं जो कि unreadable होते हैं. इसे “Cipher Text” कहा जाता है. चूँकि ये unreadable होता है, इसे read करने के लिए एक secret key की आवश्यकता होती है. जिसके पास ये secret key होगी वही इस data को decrypt कर के read कर पायेगा. जब data decrypt हो जायेगा तो उसे “Plain Text” कहा जायेगा.
Encryption और decryption, Cryptography की 2 processes हैं. Encryption में plain Text को cipher Text बनाते हैं और decryption में cipher Text को plain Text बनाते हैं. इस तरह की bank-free, stateless currency एक distributed और cryptographically secure blockchain का उपयोग कर के payment transactions का record रखती है. Bitcoins के through payment के ये जो records होते हैं वह users के द्वारा ही संचालित किये जाते हैं और इसके लिए उनकी computer power का उपयोग होता है. बदले में उन्हें newly created bitcoins से reward किया जाता है. इस process को mining कहा जाता है.
Bitcoins की properties क्या हैं?
1. Irreversible : एक बार confirmation हो जाने के बाद, चाहे कुछ भी हो जाये, transaction reverse नही हो सकता है. ना आप, ना bank, ना miner और ना ही कोई high profile contact, कोई भी इस transaction को reverse नहीं कर सकता. अगर आपने एक बार money send कर दी, तो ये reverse नहीं हो सकती. कोई आपकी मदद नहीं कर सकता अगर आप गलती से अपने Bitcoins किसी scammer को transfer कर चुके हैं. तो दोस्तों, ध्यान रखिये.
2. Pseudonymous : Bitcoins में ना तो transactions और ना ही accounts real world identities से जुड़े होते हैं. आपको Bitcoins कुछ addresses पर मिलते हैं. ये addresses 30 characters की random chains होते हैं. हाँ, आप चाहें तो Bitcoin transaction flow को analyze कर सकते हैं, लेकिन इस flow में इन addresses वाले किसी real world identity को connect
करना संभव नहीं है.
3. Fast and global : Bitcoin transaction लगभग तुरंत ही हो जाता है और कुछ ही minutes में confirm भी हो जाता है. चूँकि ये global computer networks में होते हैं, ये आपकी physical location पर बिलकुल भी निर्भर नहीं करते. इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा कि आप Bitcoin अपने पड़ोस में भेज रहे हैं या दुनिये के किसी और कोने में, वक़्त उतना ही लगेगा.
4. Secure : Bitcoins के जो fund होते हैं, वे एक public key cryptography system में lock किये जाते हैं. ये system केवल उन्ही लोगों द्वारा unlock किये जा सकते हैं जिनके पास private key हैं. Big numbers का जादू और ठोस cryptography की वजह से इस scheme को कोई तोड़ नहीं सकता है. हर एक Bitcoin address Fort Knox से भी ज्यादा सुरक्षित है.
5. Permissionless : Cryptocurrency का उपयोग करने के लिए आपको किसी की भी अनुमति लेने की ज़रुरत नहीं होती. यह एक software है जो कोई भी free में download कर सकता है. एक बार आपने ये software install कर लिया, आप Bitcoins या कोई भी और Cryptocurrency send या receive कर सकते हैं. कोई भी आपको रोक नहीं सकता. कोई gatekeeper आपके काम में रुकावट नहीं बन सकता.
Bitcoins की value कैसे decide होती है?
बाकि दूसरी चीज़ों की तरह bitcoins की value भी “demand and supply” के rule पर निर्भर करती है. अभी के वक़्त में हर 10 minutes में 25 new bitcoins release हो रहे हैं. लेकिन ये flow जल्दी ही धीरे हो जायेगा क्यूंकि bitcoins इस तरह से design किये गए हैं कि एक साथ में 21 million से ज्यादा bitcoins नहीं exist कर सकते हैं और अभी 16 million bitcoins already use में हैं.
Bitcoins प्राप्त करने के बहुत सारे तरीके हैं.
Cryptocurrency Exchange: यहां आप अपनी regular currency के exchange में Bitcoin पा सकते हैं.
Bitcoin ATM: यहां आप Bitcoins या cash को किसी भी दूसरी Cryptocurrency में change कर सकते हैं.
Classified service: यहां आप कोई ऐसा seller ढूंढ़ सकते हैं जो cash के बदले आपको Bitcoin दे.
आप कोई product या service bitcoins के लिए sell कर सकते हैं.
आज की रेट से 1 Bitcoin खरीदने के लिए भी आपके पास 4 से 5 लाख रुपये होने चाहिए. यदि आपका बजट कम है तो आप Satoshi buy कर सकते हैं.
1 BTC = 10 करोड़ सातोशी
👿 दोस्तों, Bitcoin एक बहुत ही risky affair है इसलिए किसी भी service का उपयोग करने से पहले उसके reviews अच्छे से देख लें.
Bitcoin wallets क्या हैं?
जिस तरह आप अपनी regular money को store करने के लिए wallets का उपयोग करते हैं, ऐसे ही bitcoins को store करने के लिए Bitcoin wallets का उपयोग किया जाता है. ये bitcoins wallets specially designed programs होते हैं जो आपके bitcoins को safely store करते हैं.
इन wallets को आप desktop या smartphone पर भी use कर सकते हैं और अगर आप चाहें तो इसे web पर भी securely store कर सकते हैं ताकि आप इसे कहीं से भी easily access कर सकते हैं.
Bitcoin Mining कैसे की जाती है?
Bitcoin Mining एक बहुत ही complicated process है. Basically Mining एक ऐसी process है जिससे आप new bitcoins पा सकते हैं. इस process में आप अपनी computer power का उपयोग करके Bitcoin payments का record रखते हैं और बदले में आपको reward के रूप में नई bitcoins मिलते हैं. लेकिन ये सुनने में जितना आसान है, असल में उतना ही complicated है.
Mining process मे बहुत सारी tricky Maths problems को solve किया जाता है. यह बहुत ज्यादा time ही नहीं, computer power भी मांगती है. जितना powerful आपका computer , उतना ही quickly ये numbers को process कर पायेगा और उतनी ही difficult problem होती जाएगी.
आजकल market में काफी custom-built Bitcoin Mining hardware और software भी उपलब्ध हैं जिनकी मदद से miners अब और भी आसानी से bitcoins mine कर सकते हैं. अगर आप भी Bitcoin Mining करना चाहते हैं तो आपके लिए market में काफी BTC Mining calculators available हैं. ये Bitcoin Mining calculators आपसे different Mining hardware setup से related different inputs मांगते हैं जिन्हे Bitcoin Mining algorithm पर apply करने के बाद number of bitcoins generated बताते हैं.
तो दोस्तों ये थी bitcoins के बारे में मेरी छोटी सी guide. अगर आपके कुछ doubts हैं तो आप comments के माध्यम से हमारे साथ ज़रूर share करें.