Friday 24 November 2017

1.3 लाख भारतीयों को गूगल देगा ‘फ्री’ ट्रेनिंग, आपके पास भी है मौका

दिल्ली में आयोजित हुआ गूगल का इवेंट
गूगल का नाम सुनते ही आपके मन में आता है इंटरनेट और सर्च इंजन. लेकिन ऐसा नहीं है, गूगल सिर्फ एक सर्च इंजन नहीं है, बल्कि इससे कहीं ज्यादा है. गूगल ने गुरूवार को भारत में स्कॉलरशिप प्रोग्राम की शुरुआत की है. इसके लिए गूगल ने प्लूरलसाइट और उडासिटी के साथ साझेदारी की है. कंपनी ने इस स्कॉलरशिप प्रोग्राम के तहत भारत में 130 हजार डेवेलपर और छात्रों को स्किल ट्रेनिंग देने का टार्गेट रखा है. गूगल ने इनमें से 100 हजार स्कॉलरशिप प्लूरलसाइट टेक्नॉलॉजी लर्निंग कर्रिकुलम पर स्कॉलरशिप देने का ऐलान किया है, जबकि 30 हजार स्कॉलरशिप उडासिटी पर दिया जाएगा.

Wednesday 22 November 2017

सिर्फ इन 3 Steps को फॉलो कीजिये, आप इंटरनेट पर कमा सकते हैं पैसा

इंटरनेट अब एक आसान माध्यम हो गया है पैसा कमाने का. इसका सबसे बड़ा फायदा ये है कि ये सभी के लिए आसानी से उपलब्ध है और इसकी मदद से आप दुनिया की कोई भी जानकारी ले सकते हैं. लेकिन आपको बता दें कि आप सिर्फ इंटरनेट से जानकारी ले ही नहीं सकते बल्कि आप इससे पैसा भी कमा सकते हैं. हम आपको यहां पर 3 Steps ऐसे बता रहे हैं, जिनको अपना कर आप इंटरनेट से पैसे कमा सकते हैं.

Wednesday 8 November 2017

ई-बिजनेस घर बैठे करेंं कमाई


अगर आप में जुनून है और किसी के नीचे नौकरी करना बिल्कुल पसंद नहीं है तो आप ई-बिजनेस' कर सकते हैं
E business

अगर आप में जुनून है और किसी के नीचे नौकरी करना बिल्कुल पसंद नहीं है तो आप ई-बिजनेस' कर सकते हैं। आज ई-बिजनेस का कारोबार पूरी दुनिया में फैला हुआ है। दूसरी तरफ भारतीय आईटी कंपनियों का बिजनेस भी अब मेट्रो सिटी के अलावा, टू-टीयर और थ्री-टीयर सिटी में फैलता जा रहा है। ऐसे में आज आप ई-बिजनेस की शुरुआत कर न केवल यंग एंट्रॅप्रन्योर की कतार में शामिल हो सकते हैं, बल्कि इस बिजनेस के जरिए अच्छी कमाई भी कर सकते हैं। क्योंकि आज लोगों का रुझान भी ई-बिजनेस की तरफ तेजी से बढ़ रहा है। अब आप यह सोच रहे होंगे कि आखिर ई-बिजनेस है क्या और इसे कैसे शुरू किया जा सकता है?

क्या है ई-बिजनेस?

ई-बिजनेस दरअसल ऑनलाइन कारोबार है, जिसके जरिए आप अपने प्रोडक्ट की डिस्ट्रीब्यूशन, प्रमोशन, मार्केटिंग, सर्विस आदि करते हैं। इस बिजनेस के माध्यम से आप एक शहर में बैठे ही दुनिया भर में अपने कारोबार को फैला सकते हैं। लेकिन ई-बिजनेस के दौरान यह बातें ध्यान में रखनी चाहिए कि आपका बिजनेस मॉडल यूनीक होना चाहिए।

शुरुआत करना कोई मुश्किल काम नही

ई-बिजनेस शुरू करना कोई मुश्किल काम नहीं है। आपके पास बस कुछ कम्प्यूटर और ट्रेंड प्रोफेशनल्स की एक टीम होनी चाहिए। इसके बाद आप भी ई-बिजनेस का एक हिस्सा बन सकते हैं। लेकिन इसके लिए आपको अपना एक वेबसाइट लांच करना होगा। साथ ही, वेबसाइट का लुक, कंटेंट, सर्विस आदि काफी आकर्षक होने चाहिए। साथ ही यह कंज्यूमर फेंडली भी होना चाहिए। जहां तक लागत की बात है, तो यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप किस प्रकार के ई-बिजनेस की शुरुआत करना चाहते हैं।
ई-बिजनेस के अंतर्गत किस तरह के बिजनेस कर सकते हैं?

इस बिजनेस के तहत आप अलग-अलग सेगमेंट में कार्य की शुरुआत कर सकते हैं, जैसे- जॉब से संबंधित कार्यों के अलावा, मेट्रीमोनियल, एजुकेशन, ट्रैवॅल, प्रॉपर्टी, रिटेल आदि से जुड़े कार्य आप ई-बिजनेस के जरिए शुरू कर सकते हैं।

योग्यता

आपकी योग्यता इस बात पर निर्भर करती है कि आप ई-बिजनेस के तहत किस तरह की बिजनेस की शुरुआत करना चाहते हैं। वैसे, इस बिजनेस की शुरुआत के लिए ऑनलाइन मार्केट के बारे में अच्छी जानकारी जरूर होनी चाहिए।

जरूरी है तीन स्टेप

ई-बिजनेस मार्केटिंग के लिए बेहद जरूरी है कि आपका प्रोडक्ट, सर्विस और बेवसाइट काफी डेवलॅप हो। इस बिजनेस में सफल होने के लिए आप इन तीन स्टेप को अपना सकते हैं -

1. आपका ऑनलाइन बिजनेस मॉडल यूनीक हो, साथ ही, प्रोडक्ट और सर्विस बेहतर होनी चाहिए। 2. बेवसाइट का डिजाइन प्रभावपूर्ण हो, ताकि प्रोडक्स को आसानी से बेचा जा सके। 3. आपकी ऑनलाइन मार्केटिंग स्टै्रटेजी कंज्यूमर फेंडली और आपके बजट के अनुरूप ही होना चाहिए।

कैसे सफल बनाया जा सकता है?

बिजनेस को सफल बनाने के लिए यह जरूरी है कि आपकी मैनेजमेंट टीम में की-प्लेयर कौन है? किस तरह की सर्विस आप प्रोवाइड करा रहे हैं? साथ ही, आप किस तरह के सोल्यूशन, बेनिफिट और फीचर्स कंज्यूमर को ऑफर कर रहे हैं।

आपको जानना होगा कि आपके बायर्स कौन हंै? साथ ही, आप जिस प्रकार की सुविधाएं दे रहे हैं, उसके ऑडियंस की कौन हैं? आपके लिए जरूरी है कि कंज्यूमर की जरूरत को आप ऑनलाइन कैसे दूर करते हैं?

जिस क्षेत्र में आप बिजनेस कर रहे हैं, उसका वर्तमान मार्केट किस तरह का है और आपके मार्केट कॉम्पिटिटर्स कौन हैं?

ई-मार्केटिंग के लिए बजट तैयार करें कि आप कितना पैसा इस पर खर्च कर सकते हैं।

लोगों को बेवसाइट विजिट करने के लिए आकर्षित करना। साथ ही आपके बेवसाइट का एड्रेस आपके सभी मार्केटिंग मैटेरिअल्स पर होना चाहिए।

क्या है जरूरी

2ऑनलाइन बिजनेस के लिए जरूरी है कि आप अपने विजिटर्स के लिए फ्री ऑनलाइन इन्फॉर्मेशन और टूल्स मुहैया कराएं। आप अपने बिजनेस को बढ़ाने के लिए इस तरह इन्फॉर्मेशन को शेयर कर सकते हैं । आप हमारी साइट को विजिट करें और हमारे बिजनेस के बारे में अध्ययन करें। इसके अलावा, अपनी साइट पर विजिटर के लिए और लिंक्स उपलब्ध कराएं, ताकि वे सेल्स के बारे में अधिक से अधिक जानकारी हासिल कर सके।
2अपने इन्फॉर्मेशन को हमेशा अपडेट रखें। यदि इन्फॉर्मेशन पुराना होगा, तो आपके क्लाइंट दूसरी साइट की तरफ मूव कर जाएंगे। इसलिए यह बेहद जरूरी है कि साइट पर अच्छी सूचनाएं, ब्लॉग आदि हों, ताकि आपके क्लाइंट आपसे दूर न जा सके। 2साइट लॉन्च के बाद कुछ महीने बाद इसके परफॉर्मेंस को रिव्यू करने की जरूरत होती है। साइट टेस्ट के माध्यम से ही अपने प्रोडक्ट और सर्विस को आप बेहतर बना सकेंगे।

कैसे होगी कमाई?

जहां तक ई-बिजनेस में कमाई की बात है,तो यह आपके साइट की परफॉर्मेंस पर भी निर्भर करता है। आपका कंटेंट और सर्विस जितना बेहतर होगा, विजिटर की संख्या भी उसी अनुरूप बढ़ता जाएगा। विजिटर की संख्या बढ़ेगी, तो कंपनियों के ऐड भी मिलने लगेंगे, जिससे आप अच्छी कमाई कर सकते हैं।

घर बैठे कैसे कर सकते हैं कमाई?

आज छोटे-छोटे शहरों में आईटी कंपनियों के पहुंचने से अधिकांश लोगों के पास कम्प्यूटर और इंटरनेट की सुविधा मौजूद हैं। यदि आपके पास इस तरह की सुविधाएं मौजूद हैं, तो इसके जरिए आप घर बैठे कमाई भी कर सकते हैं। दरअसल, घर बैठे आप सॉफ्टवेयर कोडिंग, क्रिएटिव वर्क, डाटा एंट्री, प्रोजेक्ट एनालिसिस, मार्केट रिसर्च, ब्लॉग, कंटेंट राइटिंग, ऐड राइटिंग आदि जैसे कार्य कर सकते हैं। लेकिन घर बैठे काम करने के लिए आपको कुछ मेहनत करना होगा। सबसे पहले उन कंपनियों से आपको संपर्क करना होगा, जो इस तरह के कार्य मुहैया कराते हैं। आप चाहें, तो कंपनियों से ई-मेल के जरिए भी संपर्क कर सकते हैं।

एंड्राइड ऐप पर आने वाले ऐड से हो गए है परेशान, तो अपनाए ये तरीका..

स्मार्टफोन का इस्तेमाल सबसे ज्यादा इंटरनेट ब्राउज़िंग, सोशल मीडिया ऐप्स, गेम्स आदि में किया जाता है. इंटरनेट से जुड़े इन ऐप्स की वजह आज हमारी जिंदगी पहले के मुकाबले काफी आसान हो गयी है. हालाँकि कई बार जब आप अपने स्मार्टफोन में कोई जरूरी काम कर रहे होते है या फुर्सत में बैठे गेम खेल रहे होते है तो उसी दौरान आपका मजा किरकिरा करने के लिए बीच में आ जाते है ऐड. इस ऐड से आपका मूड भी खराब हो जाता है और काम करने का फ्लो भी बिगड़ जाता है. इसीलिए आज हम आपके लिए कुछ ऐसी टिप्स लेकर आये है जिनके जरिये आप इस बेमतलब के एड्स को अपनी पसंदीदा ऐप से हटा सकते है.

अगर आप भी एक एंड्रायड यूज़र्स हैं तो आप भी इन ऐड से जरूर परेशान होंगे, तो चलिए अब आपको बताते है इस पॉपअप ऐड को हटाने का शानदार और आसान तरीका.

1- सबसे पहले अपने फोन में डाउनलोड करे Adblock Browser For Android ऐप. इस ऐप को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है.

2- इस ऐप को इनस्टॉल करने के बाद ओपन कर One More Step के ऑप्शन पर टैप करें और फिर फिनिश बटन को सेलेक्ट करें.

3- इसके बाद आप जब भी अपने फोन में किसी साईट को ओपन करेंगे तो आपको ऐड पॉपअप नहीं मिलेंगे और आप आराम से ब्राउज़िंग का मजा उठा पाएंगे.

Monday 6 November 2017

मान लीजिये आपको एक कार बनानी है तो आपको क्या क्या सामन चहियेगा ?

मान लीजिये आपको एक कार बनानी है तो आपको क्या क्या सामन चहियेगा ? एक इंजन , कार का फ्रेम , पहिये , कुछ इलेक्ट्रॉनिक्स , सीट्स, ट्रांसमिशन सिस्टम , स्क्रूज , ईंधन और भी बहुत सारा सामान। और अब अगर मैं कहु की आपको एक इंजन बनाना है तब आपको चहियेगा बहुत सी धातुएँ जिनसे आप इंजन बनाएंगे पर अगर आपको धातु ही बनानी हो तब?
या सोचिये की धरती पर इतने सारे तत्व है ये सब कहाँ बनते है या बने होंगे? जब कभी बिग बैंग की घटना घटी होगी तब ब्रह्माण्ड में केवल इलेक्ट्रान , प्रोटोन और न्यूट्रॉन रहे होंगे अगर स्ट्रिंग थ्योरी को माने तो शायद इनसे पहले भी कुछ रहा होगा पर फिलहाल के लिए इलेक्ट्रान , प्रोटोन और न्यूट्रॉन की मौज़ूदगी ही मान लेते है और ये तीनो भी अलग अलग रहे होंगे। इसके अलावा बहुत ज्यादा तापमान और बेहिसाब ऊर्जा। तब और कुछ नहीं था न ही पृथ्वी न ही सूरज , न ही कोई मन्दाकिनी न ही सितारे कुछ नहीं बस केवल ये तीनो कण इलेक्ट्रान , प्रोटोन और न्यूट्रॉन बहुत तेजी से इधर उधर घूमते हुए। इनके अलावा कोई और कण रहे होंगे तो फिलहाल उन्हें नजरअंदाज करते है।

प्रश्न ये आता है कि उस स्थिति से ये सब कैसे बना जो आज है ? कैसे बने चाँद , सूरज और सितारे और ये पृथ्वी ?

इसे समझने के लिए सबसे पहले इस बात को समझ लीजिये कि सभी तत्वों में इलेक्ट्रान, प्रोटोन और न्यूट्रॉन एक से ही है केवल इनकी अलग अलग संख्याओं के अनुसार अलग अलग तत्व बनते है। किसी तत्व के गुणधर्म इस बात से तय होते है कि उसका परमाणु कैसा है और परमाणु के दो आधारभूत गुणधर्म परमाणु संख्या और परमाणु भार इस बात पर निर्भर करते है कि उसमे इलेक्ट्रान, प्रोटोन और न्यूट्रॉन की संख्या कितनी है। इसका मतलब ये है की आप के अंदर भी वही इलेक्ट्रान. प्रोटोन और न्यूट्रॉन है जो मेरे अंदर है या जो दूर किसी सितारे के अंदर है या वह किसी ग्रह पर रहने वाले एलियन के अंदर।
कहने का त्तात्पर्य यह है की हम सबका सृजन एक है सोर्स से हुआ है। सभी तत्व एक ही स्रोत से बने है।
हाइड्रोजन ब्रह्माण्ड का सबसे साधारण तत्व है। जो एक इलेक्ट्रान और एक प्रोटोन से बना है। हाइड्रोजन का बनना भी ब्रह्माण्ड के काफी ठंडा होने के बाद ही संभव हो पाया होगा। लेकिन फिर भी ये भारी तत्वों के बनने की विधि से अपेक्षाकृत आसान रहा होगा। हीलियम का निर्माण भी उसी दौर में शुरू हुआ था।
बिग बैंग के करीब चालीस करोड़ साल बाद पहले सितारे बने होंगे ये सितारे हाइड्रोजन के बड़े बड़े गोले रहे होंगे और इनमे लगभग हाइड्रोजन और हीलियम रही होगी। इसके बाद के तत्व लिथियम, बेरेलियम, बाॅरान, कार्बन, आक्सीजन, नाइट्रोजन आदि का निर्माण इन सितारों के केन्द्र में शुरू हुआ था। आपके मोबाइल की लिथियम आयन बैटरी का लिथियम क्या पता कब बना होगा। सितारों के केन्द्र में उत्पन्न अत्यधिक मात्रा में ऊर्जा और दाब ही इन हल्के परमाणुओं को मिलाकर भारी परमाणुओं में बदलते हैं और इससे उत्पन्न ऊर्जा प्रकाश, ऊष्मा आदि के रूप में बाहर निकलती हैं। इस प्रक्रिया को नाभिकीय संलयन कहा जाता है।

किसी तारें में नाभिकीय संलयन शुरू होने के लिए उसका द्रव्यमान इतना होना चाहिए कि केन्द्र में इतना दाब उत्पन्न हो सके जो दो हाइड्रोजन के परमाणुओं को संलयित करा कर हीलियम में बदल सके और इसके बाद और भारी तत्वों के परमाणु बनाये जा सके ।

अगर मैं आपको दो हाइड्रोजन के परमाणु देकर कहु की इन्हे मिलकर हीलियम बना दीजिये तो ये आसान काम नहीं रहेगा। चलिए कुछ और आसान काम देता हूँ। आप ऐसा करिये अपने पास रखी किसी चीज को छू कर दिखाइए। ये आसान काम था? - नहीं। बल्कि ये हाइड्रोजन के दो परमाणुओं को मिला कर हीलियम में बदल देने से भी मुश्किल काम है। असलियत में आपने उस चीज को छुआ ही नहीं और आप किसी चीज को छू भी नहीं सकते। जब दो वस्तुए परस्पर संपर्क में रखी जाती है तो सबसे पहले उनका इलेक्ट्रान क्लाउड संपर्क में आते है अब क्योंकि इलेक्ट्रान क्लाउड ऋणात्मक आवेशित होते है तो एक दूसरे को प्रतिकर्षित करते है और बीच में कुछ कुछ न जगह बच ही जाती है। कोई परमाणु भी अपने आप में बहुत खाली जगह लिए होता है। अब अगर दो परमाणुओ को आपस में मिलाना चाहते है तो उन्हें परमाण्विक दूरी (10 ^-15 मीटर ) तक पास लाना पड़ता है और ऐसा करने के लिए बहुत अधिक दाब और ताप चाहिए होता है क्यूंकि इस दूरी पर नाभिकीय बल काम करना शुरू कर देते है और नाभिकीय बल कुदरत के सबसे शक्तिशाली बल है। जो लिए चाहिए ये ऊर्जा या तो किसी नाभिकीय भट्टी में बनाई जा सकती है या किसी सितारे के पेट में होती है। ( सितारे के पेट मतलब उसकी कोर से है। ) क्योंकि इतना दाब और ताप किसी तारे के केंद्र में ही संभव हो पाता है जहाँ तारे की समस्त गैसों का दाब गुरुत्वाकर्षण के कारण इतना ताप और दाब उत्पन्न कर देता है।
परमाणु जितने भारी तत्व के होंगे उन्हें मिलाकर नया तत्व बनाना उतना ही मुश्किल होगा। इसीलिए हाइड्रोजन के दो परमाणुओं को मिलाना किसी वस्तु को छू सकने से अपेक्षाकृत आसान काम है।
तारें अत्यधिक मात्रा में ऊर्जा उत्पन्न करते हैं परन्तु फिर भी किसी तारे की भी एक सीमा होती है। इसे आप ऐसे समझ सकते हैं। हाइड्रोजन का संलयन करने के लिए किसी तारे का द्रव्यमान सूर्य के द्रव्यमान का केवल 1/100 भाग होना चाहिए। इतना द्रव्यमान होने पर उस तारे के केन्द्र में हाइड्रोजन का संलयन शुरू हो जायेगा। वही नियॉन का संलयन शुरू करने के लिए उसका द्रव्यमान सूर्य के द्रव्यमान का कम से आठ गुना ज्यादा होना चाहिए। सूर्य का द्रव्यमान जितना है इसमें अधिक मात्रा में हाइड्रोजन ही हीलियम में बदल रही है। इसे प्रोटोन प्रोटोन साइकिल कहा जाता है। सूर्य से उत्पन्न ऊर्जा का 99 प्रतिशत इसी क्रिया से बनता है। इसके बाद की जो क्रिया है जिसमें हीलियम के तीन नाभिक संलयित होकर कार्बन में बदल जाते हैं उस प्रक्रिया का सूर्य में होना संभव नहीं है। परंतु फिर भी सूर्य की कुल ऊर्जा का करीब 0.8 प्रतिशत CNO साइकिल से आता है जिसमें कुछ भारी तत्व कार्बन, नाइट्रोजन और आक्सीजन का प्रोटोन के साथ संलयन होता है।
परंतु जब कोई तारा अपने अंतिम समय में पहुंचता है तो इसकी कोर सिकुडना शुरू कर देती है और तापमान बढ़ने लगता है। जबकि इसकी सतह फैलती है। यह बात तारे के द्रव्यमान पर निर्भर करती है कि उसका अंत सुपरनोवा बनकर होगा या नहीं। सूर्य सुपरनोवा विस्फोट नहीं कर पायेगा। इसकी कोर हीलियम में बदल जायेगी और फिर कार्बन में तथा इसके अलावा नाइट्रोजन, आक्सीजन आदि तत्व भी इसकी कोर में बन पायेंगे।
जो तारे सूर्य से कई गुना ज्यादा द्रव्यमान के हैं उनकी कोर अंत में आयरन में बदल जाती है। आयरन के बाद के तत्व तारें के केन्द्र में नहीं बन पाते हैं इन्हें बनने के अधिक ऊर्जा चाहिए होती है। ये ऊर्जा किसी सुपरनोवा विस्फोट में उत्पन्न होती है। भारी तत्व किसी सुपरनोवा के दौरान ही बन पाता है और इसी विस्फोट से ये तत्व सुदूरवर्ती अंतरिक्ष में फेंक दिये जाते हैं। वही से ये तत्व पृथ्वी जैसे ग्रह पर पहुंच पाते हैं। इनके बनने की क्रिया काफी तीव्र गति से होती है और बहुत भारी तारे ही एक अच्छे खासे सुपरनोवा विस्फोट को कर पाते हैं।

इसके अलावा भी एक और विधि रहती हैं भारी तत्व के बनने की, इस विधि में किसी न्यूट्रान पर दूसरा न्यूट्रान आकर जुड़ जाता है और तब तक और न्यूट्रान जुड़ते रहते जब यह जुड़ाव स्थायी बना रहता है जैसे ही यह जुड़ाव अस्थाई होता है तभी इससे बीटा क्षय होता है और एक न्यूट्रान बीटा कण का त्याग कर प्रोटोन में बदल जाता है। इससे नाभिक में फिर से ‌‌सि्थरता आ जाती है। परन्तु यह क्रिया बड़ी धीमी गति से होती है। इस विधि में भी अत्यधिक मात्रा में ऊर्जा चाहिए होती है परन्तु धीमी दर से और इसीलिए साधारण से कुछ बड़े तारें भी कुछ मात्रा में भारी तत्वों का निर्माण कर पाते हैं लेकिन यह मात्रा बहुत कम होती है । इसीलिए ब्रह्मांड में इन तत्वों की बहुत कम मात्रा पायी जाती है। अधिकतर भारी तत्व इसी तरह से बने हैं। चांदी, आयोडीन, जेनाॅन , इरीडियम, प्लेटिनम, गोल्ड, बिस्मिथ आदि तत्व इसी तरह बने हुए हैं। यह क्रिया सूर्य पर तब और तेजी से होगी जब यह रक्तदानव की अवस्था में पहुंच जायेगा।
“तो इस तरीके से हम सब सितारों की कोर में जन्मे थे। जैसा कि कार्ल सेगन ने कहा है।”
लेखक भारत मित्तल,( Bharat Mittal )
विस्तार से लिंक पर
https://vigyanvishwa.in/2017/11/05/
wearestardust/

Truecaller से ऐसे हटाएं अपना नाम और मोबाइल नंबर..

ट्रू कॉलर के बारे में अगर आप नहीं जानते हैं तो हम बता दें यह एक ऐसी एप्ली केशन है जिससे आप फोन करने वाले का नाम जान सकते हैं। आपके फोन में ट्रू कॉलर होने से जब कोई अनजान व्यसक्ति आपको फोन करेगा तो आपकी स्क्रीपन पर उसका नंबर और नाम आएगा।

कैसे काम करता है ट्रू कॉलर :

ट्रूकॉलर सभी यूजर के स्मार्टफोन के एड्रेस बुक के जरिए कॉन्टेक्ट डिटेल तैयार करता है।
ट्रूकॉलर एप कुछ फिक्स्ड लाइन फोन के पते को भी बताता है। अगर किसी ऑफिस एड्रेस से कोई टेलीमार्केटर और स्पैम कॉल आया हो तो दिक्कत की बात नहीं। अगर आप चाहते हैं कि आपक नंबर ट्रूकॉलर के डेटाबेस से हट जाए तो ध्यान रहे कि आप इस एप को इस्तेमाल ना करें। ऐसा करने पर ही आप अपने नंबर को इस सर्विस से हटा सकते। नंबर को हटाने के लिए पहले अपना ट्रू कॉलर अकाउंट को बंद करना पडे़गा। अगर आप अपना नंबर हटाकर दूसरों का कॉन्टेक्ट डिटेल जानना चाह रहे थे तो ऐसा करना भी संभव नहीं।

एंड्रॉयड :

एप खोलें> ऊपर में बायें किनारे पर पीपुल आइकन पर टैप करें> सेटिंग्स > अबाउट > डीएक्टिवेट अकाउंट।

आईफोन :

एप खोलें> टॉप में दायीं तरफ बने गियर आइकन पर टैप करें > अबाउट ट्रूकॉलर > नीचे जाएं > फिर ट्रूकॉलर को डीएक्टिवेट करें।

विंडोज मोबाइल :

एप खोलें, फिर निचले हिस्से में दायें किनारे पर दिख रहे तीन डॉट वाले आइकन को टैप करें > सेटिंग्स > हेल्प > अकाउंट डीएक्टिवेट करें।

ऐसे हटाएं ट्रू कॉलर से नंबर :

ट्रूकॉलर अकाउंट को बंद करने के बाद आप इस सर्विस से अपने नंबर को हटा सकते हैं। ट्रूकॉलर से नंबर हटाने का एक बहुत ही आसान तरीका है। सबसे पहले ट्रूकॉलर के अनलिस्ट पेज पर जाएं। फिर कंट्री कोड के साथ अपना नंबर डालें। अनलिस्ट करने के लिए विकल्प चुनकर कारण बताएं। अगर आप चाहते हैं तो अन्य फॉर्म में कोई और वजह भी बता सकते हैं। वेरफिकेशन कैप्चा को डालें। अनलिस्ट पर क्लिक करें। अनलिस्ट रिक्वेस्ट मिलने के 24 घंटे के अंदर इन नंबर को हटा देता है।

Sunday 5 November 2017

किसी और के फोन में खुद के वाट्सअप को ऐसे करे अनब्लॉक

स्मार्टफोन में अगर कोई एप्स दिया गया है और वह ब्लॉक हो जाये तो आज के समय में परेशान होने की कोई बात नहीं है, हर फीचर के साथ एक ट्रिक होती है जिससे आप ब्लाक हुए फीचर को दोबारा ला सकते है, ऐसा ही एक इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप अभी बहुत ही चर्चा में बना हुआ है, जिससे अगर किसी ने आपको वाट्सअप पर ब्लॉक कार दिया है तो आप आसानी से उसे अनब्लॉक कार सकते है.

आप खुद के वाट्सअप को किसी कॉन्टेक्ट के स्मार्टफोन में अनब्लॉक करने के लिए निम्न तरीका अपना सकते है.

1) अपने स्मार्टफोन में वाट्सअप के फीचर्स पर जाकर सेटिंग विकल्प को ओपन करे और फिर अकाउंट पर दिए गए डिलीट माय अकाउंट पर टैप करें और अपना वाट्सअप नंबर डाले.

2) अपना नंबर डालने के बाद आप अपने स्मार्टफोन से वाट्सअप को अनस्टॉल कर दे, इतना करने के बाद अपने स्मार्टफोन को रिस्टार्ट करे. दोबारा से अपने वाट्सअप को प्ले-स्टोर से डाऊनलोड करके इंस्टॉल करके अपना मोबाईल नंबर डाले.

इस प्रोसेस को करने के बाद आप सभी कॉन्टेक्ट्स के लिए अनब्लॉक हो चुके है.

Friday 3 November 2017

अब कोई भी नहीं देख पाएगा व्हाट्सऐप पर आपका औरिजनल नंबर

आज हम आपको एक ऐसी ट्रिक बताने जा रहे हैं जिससे व्हाट्सऐप पर मैसेज भेजने पर आपका औरिजनल नंबर दिखाई नहीं देगा.

आज के समय में स्मार्टफोन चलाने वाले लगभग सभी यूजर्स व्हाट्सऐप का इस्तेमाल करते हैं. आप जब भी किसी को व्हाट्सऐप के जरिए मैसेज करते हैं तो जिसे आप मैसेज कर रहें होते हैं उसे आपका औरिजनल नंबर दिखाई देता है. लेकिन अगर ऐसा हो कि आप किसी को मैसेज या काल करें और सामने वालें को आपका औरिजनल नंबर न दिखाई दें तो कैसा रहेगा. आपको लग रहा होगा कि ङम आपसे मजाक कर रहें हैं, लेकिन ऐसा नहीं जब आप इस खबर को पढ़ेंगे तो आप भी यह जान कर आश्चर्य हो जाएंगे. जी हां, आज हम आपको एक ऐसी ट्रिक बताने जा रहे हैं जिससे व्हाट्सऐप पर मैसेज भेजने पर आपका औरिजनल नंबर दिखाई नहीं देगा. आप इस नंबर से केवल चैटिंग ही नहीं बल्कि कालिंग और वीडियो कालिंग भी कर सकते हैं.
तकनीक

ऐसा करने के लिए आपको सबसे पहले गूगल प्ले स्टोर से प्राइमो (Primo) मोबाइल ऐप डाउनलोड करना होगा. इसके लिए कोई चार्ज नहीं देना है.

डाउनलोड करने के बाद जब आप ऐप को खोलेंगे तो इसमें साइनअप करने का विकल्प आएगा. फिर साइनअप करने के लिए उसपर टैप करके अपना मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी डाल दें. इसके बाद 6 डिजिट का कोड डाल दें. ईमेल आईडी पर वेरिफिकेशन के लिए एक मेल जाएगा. इसे वेरिफाई कर लें. वेरिफाई करने पर आपको एक नया नंबर दिखाई देगा, उसे कापी कर लें.

इसके बाद अपने फोन में व्हाट्सऐप को इंस्टाल करें. इंस्टाल करने के दौरान जब मोबाइल नंबर मांगा जाए तो उसी नंबर को डालें जो कापी किया था. इसके बाद व्हाट्सऐप वेरिफाई करने के लिए काल का विकल्प चुनें और बताया गया वेरिफिकेशन कोड डालकर इसे वेरिफाई करें.

अब आप अपने व्हाट्सऐप का इस्तेमाल करने के लिए तैयार हैं. अब आपकी प्रोफाइल पर और जब आप किसी से व्हाट्सऐप चैट या कालिंग करेंगे तो भी वही नंबर दिखाई देगा जो आपने कापी करके डाला था. आपका औरिजनल नंबर किसी को भी दिखाई नहीं देगा.