पैसे की तरह नहीं हो सकती क्रिप्टोकरेंसी: ट्रम्प
क्रिप्टो करेंसी पर भरोसा नहीं क्रिप्टो करेंसी पर भरोसा नहीं
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा है कि उन्हें क्रिप्टो करेंसी पर भरोसा नहीं है और इसकी तुलना मुद्रा से नहीं की जा सकती. जो लोग क्रिप्टो करेंसी की ट्रेडिंग करते हैं उनके लिए भी ट्रम्प ने सलाह दी है कि उन्हें बैंकिंग नियमों की अनदेखी करना भारी पड़ सकता है.
पलक झपकते ही बदलती है वैल्यू पलक झपकते ही बदलती है वैल्यू
ट्रम्प ने ट्वीट किया, "ना तो मैं बिटकॉइन का फैन हूं न ही किसी अन्य क्रिप्टो करेंसी का. यह पैसा नहीं है. हवा के रुख से भी इसकी वैल्यू में बदलाव होने लगता है, यह किसी फिजिकल मुद्रा की तुलना में भारी उतार-चढ़ाव देख सकता है." इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में होने की वजह से क्रिप्टो करेंसी को ट्रैक नहीं किया जा सकता और इस वजह से इसका उपयोग अवैध गतिविधियों में किया जा सकता है.
मूवर्स एंड शेकर्स मूवर्स एंड शेकर्स
साल 2009 में जब यह करेंसी चलन में आई थी तब एक बिटकॉइन की कीमत करीब 36 पैसे के बराबर थी. आज एक बिटकॉइन की कीमत 4000 डॉलर के पार यानी करीब 2.70 लाख रुपये पर पहुंच गई है. 200 करोड़ यूजर वाले फेसबुक ने साल 2020 में अपनी क्रिप्टो करेंसी लिब्रा लांच करने की घोषणा की है. इसके बाद दुनिया भर के बैंकिंग नियामक की पेशानी पर बल पड़ने लगे हैं.
हमारे पास है सिर्फ एक मुद्रा हमारे पास है सिर्फ एक मुद्रा
ट्रम्प ने कहा है कि कोई भी क्रिप्टो करेंसी किसी देश की मुद्रा पर असर नहीं डाल सकती. उन्होंने फेसबुक और अन्य कंपनियों को चेतावनी दी है कि क्रिप्टो करेंसी लांच करने के बाद उन्हें अमेरिकी या अन्तर्राष्ट्रीय बैंकिंग नियमन का पालन करना पड़ेगा.
जोखिम का आंकलन जोखिम का आंकलन
जी 7 देशों का एक वर्किंग ग्रुप अगले हफ्ते तक क्रिप्टो करेंसी पर एक प्राथमिक रिपोर्ट सौंप देगा. यह रिपोर्ट फ़्रांस में वित्त मंत्रियों की मीटिंग में दी जाएगी. फ्रेंच सेंट्रल बैंक के प्रमुख फ़्रैन्कोइस ने कहा, "जैसे-जैसे हम इसकी विस्तृत जांच की तरफ बढ़ रहे हैं, बहुत से सवाल सामने आ रहे हैं. इन सवालों का जवाब ढूंढा जाना अभी बाकी है. "
सावधानी से परखने की जरूरत सावधानी से परखने की जरूरत
अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व भी इसकी पड़ताल में लगा है. वास्तव में फेसबुक की बड़ी पहुंच की वजह से इसकी क्रिप्टो करेंसी लिब्रा ने सबके होश उड़ा दिए हैं. जेरोम पॉवेल ने कहा, "हमें बहुत सावधानी और गंभीरता से इस बार पर विचार करने की जरूरत है कि इसके खतरे क्या हो सकते हैं."
लिब्रा से चिढ़ने वाले भी कम नहीं लिब्रा से चिढ़ने वाले भी कम नहीं
कई अमेरिकी राजनेताओं ने फेसबुक के लिब्रा प्रोजेक्ट पर पूरी तरह रोक लगाने की मांग की है.लिब्रा पूरी तरह से न तो बिटक्वाइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी होगी और न ही मौजूदा बैंकों की तरह काम करेगी. शुरुआत में यह इन दोनों का मिला-जुला रूप होगा. फेसबुक का दावा है कि इसे कारोबार जगत से लेकर आम आदमी आसान और सुरक्षित तरीके से पैसे का लेनदेन कर सकता है.
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